मीरा राजपूत ने अपने पति, अभिनेता शाहिद कपूर, और उनके दो बच्चों, मिशा और ज़ैन के साथ परिवार की छुट्टियों की योजना बनाने में आने वाली कठिनाइयों पर खुलकर चर्चा की। एक हालिया इंटरव्यू में, मीरा ने बताया कि यह प्रक्रिया काफी व्यस्त और अव्यवस्थित हो जाती है क्योंकि हर सदस्य की अपनी प्राथमिकताएँ और इच्छाएँ होती हैं।
नैना भान और साक्षी शिवदसानी के साथ बातचीत में, मीरा ने बताया कि परिवार की छुट्टियों की योजना बनाते समय हर किसी की अपनी प्राथमिकताएँ होती हैं।
उन्होंने कहा कि जबकि वह और उनके पति शाहिद कपूर आराम करना पसंद करते हैं, वह अपने बच्चों को नई जगहों पर ले जाकर उन्हें शिक्षा देना चाहती हैं।
दूसरी ओर, शाहिद को बच्चों के साथ कयाकिंग, ट्रेकिंग और पैडल बोर्डिंग जैसी गतिविधियों में भाग लेना पसंद है। वहीं, बच्चे खुद खाने और वाटर पार्क जाने में अधिक रुचि रखते हैं।
मीरा ने आगे बताया कि वे सभी की इच्छाओं को संतुलित करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि बच्चे योजनाओं में ज्यादा रुचि नहीं रखते, लेकिन हमेशा आईपैड का उपयोग करना चाहते हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि वे आराम, दर्शनीय स्थलों की यात्रा और वाटर पार्कों को मिलाने का प्रयास कर रहे हैं, साथ ही यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि बच्चे अपने गैजेट्स से मनोरंजन करते रहें, ताकि यात्रा तनावमुक्त और आनंददायक हो।
मीरा ने स्वीकार किया कि अब जब बच्चे बड़े हो गए हैं, तो वे गतिविधियों को निर्धारित नहीं कर सकते जैसे पहले करते थे। बच्चे अपनी राय व्यक्त करने में तेज हैं और कुछ गतिविधियों को उबाऊ मानते हैं।
इसी इंटरव्यू में, मीरा से पूछा गया कि शादी के बाद उनके व्यक्तिगत जीवन और दोस्ती में क्या बदलाव आया। उन्होंने बताया कि वह और उनके दोस्त स्वाभाविक रूप से दूर हो गए।
मीरा ने स्वीकार किया कि उस समय यह काफी अलगाव भरा महसूस हुआ, क्योंकि वे जीवन के विभिन्न चरणों में थे। उन्होंने यह भी कहा कि जब लोग विभिन्न चरणों से गुजरते हैं, तो यह सामान्य है कि वे दोस्तों के जीवन को देखकर उनकी पसंदों के बारे में सोचते हैं।
शाहिद और मीरा राजपूत की शादी 2015 में तय की गई थी, और वे अपनी साझा आध्यात्मिक यात्रा के माध्यम से मिले थे। उनके दो बच्चे हैं: बेटी मिशा और बेटा ज़ैन। पेशेवर मोर्चे पर, शाहिद आगामी सीज़न 'फर्ज़ी 2' में नजर आएंगे, जिसे राज और डीके द्वारा निर्देशित किया गया है।
You may also like
हाथरस का किसान बना अरबपति! 1800 कटे, खाते में आए अरबों रुपये
शेयर मार्केट में भूचाल.. 6.64 लाख करोड़ स्वाहा-सोना भी औंधेमुंह गिरा 〥
राहुल गांधी का बड़ा बयान- 1984 के सिख दंगों की जिम्मेदारी स्वीकारी, बोले- कांग्रेस की गलतियां मेरी
कांग्रेस ने पूछा- कब होगी जातिगत जनगणना, क्यों बदला सरकार ने अपना रुख
केंद्र सरकार आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई करे : ओवैसी